Sankalp Bhoomi-World Heritage Place

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SAYJI BAUG- BARODA (Vadodara), Baroda, India - 390005

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About Sankalp Bhoomi-World Heritage Place in SAYJI BAUG- BARODA (Vadodara), Baroda

संकल्प दिवस
23 सितंबर 2017 को होगें 100 - वर्ष

बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर जी अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जब बडौदा महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ जी के यहाँ वडोदरा गुजरात पहुंचे तो उन्हें रहने के लिए मकान नहीं मिला दुनिया की डिग्री हासिल करने के बाद अछूत ह़ोने की बजह से किसी ने मकान नहीं दिया था।
जब बाबासाहेब ने पारसी बनकर मकान किराए पर लिया.... जैसे ही मकान मालिक को पता चला तो उन्हें मकान तुरंत खाली करने के लिए कहा बाबा साहेब ने मकान खाली कर अपना समान लेकर बड़ोदरा के स्थान पर बैठकर एक वृक्ष के नीचे घंटों रोते रहे और सोचते रहे कि मैं इतना पढ़ा-लिखा हूं पूरे देश में मेरे बराबर का कोई भी व्यक्ति न पढ़ा लिखा और न ही मेरे मुकाबले में बुद्धि मान फिर भी मेरा अगर इतना अपमान है तो मेरे गरीब अशिक्षित भाईयों की क्या दशा होगी ।

वे अपनी समस्या को।लेकर सर सयाजीराव गायकवाड़ के पास गए और मदद मांगी लेकिन बरोड़ा नरेश ने भी उन्हें यह कहकर लौटा दिया की इस सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ में नहीं लड़ सकता और न ही विरोध कर सकता हूँ लेकिन तुम।चाहो तो में तुम्हे 10 वर्ष के अनुबंध से मुक्त कर सकता हूँ....उन्होंने सम्मान से जीने के लिए और अपने समाज की स्थिति को सुधारने का फैसला किया कि वे बड़ौदा नरेश की नौकरी से इस्तेफ़ा दे देंगे....

23 - सितंबर 1917 को उस वृक्ष के नीचे बैठकर संकल्प लिया था कि मैं अपने हजारों वर्षों से पशुओं से भी बद्तर गुलामी का जीवन जी रहे अपने समाज के लोगों को इस गुलामी से मुक्त करूंगा और उनके हक़ और सम्मान की लड़ाई लड़ूंगा। अगर मैं हजारों वर्षों से गुलामी की जंजीरों मैं जकडे हुए समाज को स्वाभिमान की जिंदगी नहीं दिला सका तो खुद को गोली मारकर हत्या कर लूंगा एसा संकल्प संसार में कभी किसी ने नहीं लिया ...

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